परिचय
खूँटी, झारखंड राज्य का एक प्रमुख जिला है, जो अपनी सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का मौसम विभिन्न ऋतुओं में बदलता रहता है, जिससे यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य और भी निखर जाता है। इस लेख में हम खूँटी के मौसम के विविध पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
ग्रीष्म ऋतु (मार्च से जून)
खूँटी में ग्रीष्म ऋतु का आगमन मार्च महीने से होता है और जून तक चलता है। इस समय तापमान 25°C से 40°C के बीच रहता है। गर्मी के दिनों में यहाँ की नदियाँ और झरने विशेष आकर्षण का केंद्र होते हैं। लोग गर्मी से राहत पाने के लिए इन प्राकृतिक स्रोतों की ओर आकर्षित होते हैं।
वर्षा ऋतु (जुलाई से सितंबर)
जुलाई महीने से खूँटी में वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है। इस दौरान यहाँ का मौसम बेहद मनमोहक और हरियाली से भरपूर होता है। मानसून के दौरान खूँटी में लगभग 1200 मिमी वर्षा होती है। यहाँ के घने जंगल और हरे-भरे खेत इस मौसम में जीवंत हो उठते हैं। चाईबासा जलप्रपात और पंचघाघ फॉल्स इस मौसम में अपनी पूर्ण भव्यता में होते हैं।
शरद ऋतु (अक्टूबर से नवंबर)
अक्टूबर और नवंबर के महीने खूँटी में शरद ऋतु के रूप में माने जाते हैं। इस दौरान तापमान 15°C से 25°C के बीच रहता है। यह समय पर्यटन के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। ठंडी और सुखद हवा के साथ यहाँ का वातावरण मन को शांति प्रदान करता है। यहाँ के पर्वत और वन्य क्षेत्र इस मौसम में बेहद आकर्षक लगते हैं।
शीत ऋतु (दिसंबर से फरवरी)
दिसंबर से फरवरी के बीच खूँटी में शीत ऋतु का प्रभाव रहता है। इस दौरान तापमान 5°C से 20°C के बीच रहता है। ठंड के मौसम में यहाँ का सौंदर्य अपनी चरम सीमा पर होता है। इस समय पर्यटक यहाँ के विभिन्न धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थलों का आनंद उठाते हैं।
निष्कर्ष
खूँटी का मौसम अपने आप में एक अनोखा अनुभव है, जो विभिन्न ऋतुओं में अलग-अलग रंग और रूप धारण करता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और बदलते मौसम का आनंद उठाना एक अविस्मरणीय अनुभव होता है। चाहे आप गर्मियों में ठंडक की तलाश में हो, या मानसून में हरियाली की, या फिर सर्दियों में ठंड का अनुभव करना चाहते हों, खूँटी हर मौसम में आपका स्वागत करने को तत्पर है।